मां
यह ब्रह्माण्ड तुझपे टिका
पूरा त्रिलोक तुझमे बसा
तू आदि और अनंत
इस धरा का अंत है
हर जन्म मेरी मां रहे तू
यही मेरी कामना
कर तेरी आराधना
सधती सारी साधना...
तू सृष्टि है
मेरी शक्ति है
तू भाव भी
और भक्ति है
उड़ेल अपनी भावना
कर तेरी आराधना
सधती सारी साधना..
तू गुरु है
तू हीं ज्ञान है
सत्य का
संज्ञान है
छोड़ सबकी वंदना
कर तेरी आराधना
सधती सारी साधना
तू तीक्ष्ण है
तू तेज़ है
अब क्षीण पड़ता
शब्द का यह
वेग है
नतमस्तक तेरे सामने
विश्व के विद्वान
मैं तो ठहरा दीन हीन
याचक एक नादान
है मेरा मानना
कर तेरी आराधना
सधती सारी साधना
सधती सारी साधना...
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